जा रहे हो आप हमसे दूर कहीँ
पर यादों के लिए ये फासले बड़े नहीं
जो साथ हमने बिताये हैं ,
वो हर एक पल , एक खज़ाना होगा
दीदार आपका रोज़ हो ना पायेगा
पर यादों में मिलना , रोज़ाना होगा
आपकी दोस्ती , भाभी का प्यार ;
सब miss ये करेंगे
करते थे जो भोली -भाली बातें हम Shreelaya से ,
अब किससे करेंगे ?
TDC(-ALL?) की चहक आप को वहाँ भी सुनाई देगी ,
cricket-ground की खुशबू भी साँसों में बसाई होगी
भला कौन भूल पायेगा , “दो दोस्तों ” की कहानी
मिसाल होगी , रामकी Sir की जवानी
होली में हमारी बातों के रंग भर लेना
जब चाहना , यादों के दीपों से दिवाली कर लेना
वैसे दूरियां तो सिर्फ geography में हैं ,
जब चाहे , एक mail या call ही कर लेना
और finally, चलते चलते मेरे ये गीत याद रखना
कभी अलविदा ना कहना ,
कभी अलविदा ना कहना !!
- आपकी यादों में आपके दोस्त
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